Monday, 26 September 2016

लौंग के लाभ (Benefits of Clove)


मसाले के रूप में प्रयोग होने वाली लौंग औषधीय गुणों का भंडार है। इसमें प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट्स, कैल्शियम, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सोडियम और हाइड्रोक्लोरिक एसिड भरपूर पाया जाता हैं। इसमें विटामिन 'ए', 'सी', मैगनीशियम और फाइबर भी पाया जाता है।
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दांत दर्द से राहत :
लौंग को प्राकृतिक दर्द निवारक कहा जाता है। इसमें एंटीबैक्‍टीरियल गुण भी पाए जाते हैं। लौंग का तेल दांत दर्द से आराम दिलाने में बहुत ही लाभदायक होता है। लौंग का तेल लगाने से दर्द छूमंतर हो जाता है। दर्द के समय अगर एक लौंग मुंह में रख लें और उसके मुलायम होने के बाद उसे हल्के-हल्के चबाएं तो दांत दर्द ठीक हो जाता है।www.balpradagroup.com
अर्थराइटिस में आराम :
लौंग में फ्लेवोनॉयड्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए यह जोड़ों में होने वाले दर्द व सूजन से आराम दिलाने में बहुत फायदेमंद होता है। कई अरोमा एक्सपर्ट अर्थराइटिस के उपचार के लिए लौंग के तेल की मालिश की सलाह देते हैं। www.balpradagroup.com
श्वाससंबंधी रोगों का इलाज :
लौंग की पांच कलियों को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इसमें शहद मिलाकर दिन में तीन बार पीने से अस्‍थमा रोगी को काफी लाभ होता है। साथ ही लौंग के तेल का अरोमा भी श्‍वास रोगों से राहत दिलाने में मददगार होता है। इसे सूंघने मात्र से ही जुकाम, कफ, दमा, ब्रोंकाइटिस, साइनसाइटिस आदि समस्याओं में तुरंत राहत मिलती है।www.balpradagroup.com
सिर दर्द से मिलेगी राहत :
सिर दर्द मे लौंग को पीसकर माथे पर लगायें। इससे आपको फौरन फायदा होगा। लौंग का तेल भी दर्द में फायदेमंद होता है। नारियल के तेल में लौंग तेल की कुछ बूंदे मिलाकर सिर पर मालिश करने से दर्द दूर होता है। www.balpradagroup.com
बेहतरीन एंटीसेप्टिक है त्वचा विकारो के लिए :
लौंग में मौजूद एंटीसेप्टिक गुणों के कारण इसका इस्‍तेमाल फंगल संक्रमण, खुजली, कटने, जलने, घाव हो जाने या त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं के उपचार में काफी उपयोगी होता है। लेकिन लौंग का तेल इस्‍तेमाल करते हुए हमेशा इस बात का ध्‍यान रखना चाहिए कि तेल को किसी तेल में मिलाकर ही त्वचा पर लगाना चाहिए। www.balpradagroup.com
पाचन शक्ति मजबूत बनाए :
लौंग के सेवन से पाचन संबंधी समस्‍याओं से निजात मिलती है। इससे पाचन शक्ति बढ़ती है। साथ ही लौंग खाने से पेट के कीड़े समाप्त हो जाते हैं। भोजन में प्रतिदिन दो लौंग का सेवन करने से हाजमा और पाचन तंत्र दुरुस्त रहते हैं। www.balpradagroup.com
जी मिचलाये तो अपनाएं :
उलटी होने पर भुनी लौंग के पाउडर को शहद में मिला कर सेवन करने से तत्काल लाभ होता है। यदि जी मिचला रहा हो तो 2 लौंग पीसकर एक चम्मच शक्कर में थोड़ा-सा पानी मिलाकर उबाल लें व ठंडा कर लें। इसे पीने से जी मिचलाना बंद हो जाता है। साथ ही यह गर्भ ठहरने के दौरान होनी वाली जी मिचलाने की समस्‍या में उपयोगी होता है।www.balpradagroup.com
रक्त शोधक है लौंग :
डायबिटीज से पी‍डि़त लोगों के लिए लौंग लाभकारी होता है। यह ना केवल रक्त को शुद्ध करता है, बल्कि ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में भी मददगार होता है। लौंग का सेवन प्रतिरोधी क्षमता को भी बढ़ाता है।
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