Monday, 30 October 2017

स्वास्थ्य रक्षा हेतु पाकशाला(रसोई) के कुछ आवश्यक नियम तथा उपाय

Balprada Jansewa Ashram TRUST
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• नमक केवल सेन्धा प्रयोग करें। थायराइड, बी. पी. तथा पेट ठीक होगा।
• कुकर स्टील का ही काम में लें। एल्युमिनियम में मिले lead से होने वाले नुकसानों से बचेंगे।
• तेल कोई भी रिफाइंड न खाकर, केवल तिल्ली, सरसों, मूंगफली, नारियल प्रयोग करें। रिफाइंड में बहुत केमिकल होते हैं।
• सोयाबीन बड़ी को 2 घण्टे भिगो कर, मसल कर ज़हरीली झाग निकल कर ही प्रयोग करें।
• देसी गाय के घी का प्रयोग बढ़ाएं। अनेक रोग दूर होंगे, वजन नहीं बढ़ता।
• ज्यादा से ज्यादा मीठा नीम/कढ़ी पत्ता खाने की चीजों में डालें, सभी का स्वास्थ्य ठीक करेगा।
• ज्यादा चीजें लोहे की कढ़ाई में ही बनाएं। आयरन की कमी किसी को नहीं होगी।
• भोजन का समय निश्चित करें, पेट ठीक रहेगा।
• नाश्ते में अंकुरित अन्न शामिल करें। पोषक विटामिन, फाइबर मिलेंगें।
• सुबह के खाने के साथ ताजा दही लें, पेट ठीक रहेगा।
• चीनी कम से कम प्रयोग करें, ज्यादा उम्र में हड्डियां ठीक रहेंगी। चीनी की जगह बिना मसले का गुड़ या देशी शक्कर लें।
• छौंक में राई के साथ कलौंजी का भी प्रयोग करें, फायदे इतने कि लिख ही नहीं सकते।
• चाय के समय, आयुर्वेदिक पेय की आदत बनाएं व निरोग रहेंगे।
• करेले, मैथी, मूली याने कड़वी सब्जियां भी खाएँ, रक्त शुद्ध रहेगा।
• पानी मटके वाले से ज्यादा ठंडा न पिएं, पाचन व दांत ठीक रहेंगे।
• प्लास्टिक, एल्युमिनियम रसोई से हटाये, केन्सर कारक हैं।
• माइक्रोवेव ओवन का प्रयोग केन्सर कारक है।
• खाने की ठंडी चीजें कम से कम खाएँ, पेट और दांत को खराब करती हैं।
• मैदा, बेसन, छौले, राजमां, उड़द कम खाएँ, गैस की समस्या से बचेंगे।
• अदरक, अजवायन का प्रयोग बढ़ाएं, गैस और शरीर के दर्द कम होंगे।
• रात का भिगोया आधा चम्मच कच्चा जीरा सुबह खाली पेट चबा कर वही पानी पिएं, एसिडिटी खतम।
• चौथाई चम्मच दालचीनी का कुल उपयोग दिन भर में किसी भी रूप में करने पर निरोगता अवश्य होगी।
• सर्दी में बाहर जाते समय, 2 चुटकी अजवायन मुहं में रखकर निकलिए, सर्दी से नुकसान नहीं होगा।
• रस निकले नीबू के चौथाई टुकड़े में जरा सी हल्दी, नमक, फिटकरी रखकर दांत मलने से दांतों का कोई भी रोग नहीं रहेगा।
• कभी कभी नमक में, हल्दी में 2 बून्द सरसों का तेल डाल कर दांतों को उंगली से साफ करें, दांतों का कोई रोग टिक नहीं सकता।
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सौंफ के लाभ (Benefits of Anise)

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• सौंफ खाने से पेट और कब्ज की शिकायत नहीं होती।
• सौंफ को मिश्री के साथ पीसकर चूर्ण बना लीजिए, रात को सोते वक्त लगभग 5 ग्राम चूर्ण को हल्के गुनगने पानी के साथ सेवन कीजिए। पेट की समस्या नहीं होगी व गैस व कब्ज दूर होगा।
• आंखों की रोशनी सौंफ का सेवन करके बढ़ाया जा सकता है। सौंफ और मिश्री समान भाग लेकर पीस लें। इसकी एक चम्मच मात्रा सुबह-शाम पानी के साथ दो माह तक लीजिए। इससे आंखों की रोशनी बढती है।
• डायरिया होने पर सौंफ खाना चाहिए।
• सौंफ को बेल के गूदे के साथ सुबह-शाम चबाने से अजीर्ण समाप्त होता है और अतिसार में फायदा होता है।
• खाने के बाद सौंफ का सेवन करने से खाना अच्छे से पचता है।
• सौंफ, जीरा व काला नमक मिलाकर चूर्ण बना लीजिए। खाने के बाद हल्के गुनगुने पानी के साथ इस चूर्ण को लीजिए, यह उत्तम पाचक चूर्ण है।
• सौंफ के 10 ग्राम अर्क को शहद में मिलाकर लीजिए, इससे खांसी आना बंद हो जाएगा।
• यदि आपको पेट में दर्द होता है तो भुनी हुई सौंफ चबाइए इससे आपको आराम मिलेगा।
• सौंफ की ठंडाई बनाकर पीजिए। इससे गर्मी शांत होगी और जी मिचलाना बंद हो जाएगा।
• यदि आपको खट्टी डकारें आ रही हों तो थोड़ी सी सौंफ पानी में उबालकर मिश्री डालकर पीजिए। दो-तीन बार प्रयोग करने से आराम मिल जाएगा।
• हाथ-पांव में जलन होने की शिकायत होने पर सौंफ के साथ बराबर मात्रा में धनिया कूट-छानकर, मिश्री मिलाकर खाना खाने के पश्चात 5 से 6 ग्राम मात्रा में लेने से कुछ ही दिनों में आराम हो जाता है।
• अगर गले में खराश हो जाए तो सौंफ चबाना चाहिए।
• सौंफ चबाने से बैठा हुआ गला भी साफ हो जाता है।
• रोजाना सुबह-शाम खाली सौंफ खाने से खून साफ होता है जो कि त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है, इससे त्वचा में चमक आती है।
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Friday, 6 October 2017

मक्खन के लाभ


Balprada Jansewa Ashram TRUST
वर्तमान जीवनशैली में, हम वसायुक्त चीजों को अपने खान-पान से बाहर करते जा रहे हैं। मक्खन की बात करें, तो कभी पुराने समय में रोटी के साथ ढेर सारा मक्खन प्रात: के नाश्ते में सम्मिलित किया जाता था, आज हम उसकी सभी प्रकार से उपेक्षा करने लगे हैं। किन्तु क्या आप जानते हैं, कि मक्खन खाने के अपने ही कुछ लाभ हैं। यदि नहीं जानते, तो अवश्य ही पढ़ि‍ए, और जानिए मक्खन से होने वाले यह लाभ - 
1 कैंसर - जी हां, मक्खन कोई मामूली चीज नहीं है। यह कैंसर जैसे रोग से बचाव करने में आपकी मदद करता है। दरअसल मक्खन में मौजूद फैटी एसिड कौंजुलेटेड लिनोलेक प्रमुख रूप से कैंसर से बचाव में मदद करता है।
2 ऑस्टियोपोरोसिस - विटामिन्स, मिनिरल्स और कैल्शियम से भरपूर मक्खन आपकी हड्डियों को मजबूत बनाकर ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं से निजात दिलाने में मदद करता है। दांतों के लिए भी यह बेहद फायदेमंद होता है।
3 बुखार - गाय के दूध का मक्खन और खड़ी शर्करा का सेवन करने से पुराना बुखार ठीक हो जाता है, इसके अलावा मक्खन के साथ शहद और सोने के वर्क को मिलाकर खाने से टीबी के मरीजों को लाभ मिलता है।
4 आंखों में जलन - आंखों में जलन की समस्या होने पर गाय के दूध का मक्खन आंखों पर लगाना बेहद फायदेमंद होता है। किसी भी कारण से आंखों में होने वाली जलन को यह समाप्त कर देता है।
5 दिल की समस्या - मेडि‌कल रिसर्च काउंसिल के एक शोध में यह बात सामने आई है कि जो लोग कुछ मात्रा में मक्खन को अपनी डाइड में शामिल करते हैं, उन्हें दिल की बीमारी का खतरा, अपेक्षाकृत कम होता है। इसमें विटामिन ए, डी, के और ई के अलावा लेसिथिन, आयोडीन और सेलेनियम जैसे तत्व होते हैं जो दिल की सेहत के लिए बेहतर हैं।
6 थायरॉइड - मक्खन में आयोडीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो थायरॉइड के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन ए भी थायरॉइड ग्लैंड के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
7 मूड बने मस्‍त - मक्खन में पाया जाने वाला सेलीनियम आपके मूड को बेहतर करने में आपकी मदद करता है। तो जब भी आपका मूड खराब हो, थोड़ा सा मक्खन, उसे ठीक करने में आपकी मदद कर सकता है।
8 दमा - सांस की तकलीफ होने पर भी मक्खन लाभदायक साबित होता है। मक्खन में मौजूद सैचुरेटेड फैट्स फेफड़ों की मदद करते हैं और दमा के मरीजों के लिए भी इसका सेवन फायदेमंद माना जाता है।
9 एंटीऑक्‍सीडेंट - एंटीऑक्‍सीडेंट से भरपूर मक्खन कैंसर या ट्यूमर से आपकी रक्षा करने के साथ ही त्‍वचा को फ्री रैडिकल्‍स से सुरक्षि‍त रखता है। यह त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है।इसकी मसाज से त्वचा में जान आ जाती है।
10 पाइल्स - गाय के दूध का मक्खन और तिल को मिलाकर खाने से पाइल्स की समस्या में लाभ होता है। इसके अलावा मक्खन में शहद व खड़ी शक्कर मिलाकर खाने से खूनी बवासीर ठीक हो जाती है। इसमें शहद के स्थान पर नागकेसर का प्रयोग भी किया जा सकता है।
11 प्रजनन क्षमता - प्रजनन क्षमता बढ़ाने के लिए मक्खन का बहुत लाभकारक माना जाता है। यह शरीर में गर्मी बढ़ाता है तथा मेल और फीमेल हार्मोन्स को बढ़ाने का कार्य करता है।
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चित्र में ये शामिल हो सकता है: मिठाई और भोजन

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