Sunday, 8 December 2019

प्रत्येक वृक्ष स्वयं ही संकेत देता है की मैं किस रोग में काम आऊंगा, बात बस उसको समझने की है...

पीपल का वृक्ष हवा चलने पर सावधिक शोर करता है,
और हमारे शरीर में फेफड़े सर्वाधिक आवाज करते है
अतः पीपल की अंतर छाल फेफड़े के रोगों पर काम करती है|

अर्जुन की अंतर छाल रक्त वर्णी होती है
दिल के रोगों पर काम करती है |

अमरबेल स्वतः ही खूब फैलती है
अतः बालों पर काम करती है |

बरगद का पेड़ कभी सूखता नहीं है
वह शरीर को सदा पुष्ट रखता है |

नीम के वृक्ष पर कभी क्रीमी नहीं पड़ती हैं
नीम परम रक्त शोधक होता है |

सभी वृक्षों का अपना विशिष्ठ गुण होता है और उसे समझने पर ही लगता है
की वृक्ष हम से स्वयं बात कर रहे हैं |Image may contain: plant, nature and outdoor

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